Friday, July 3, 2020

भूनिम्बादि काढ़ा - एक प्रबल मलेरिआ रोधी , जीवाणु रोधी और विषाणु रोधी औषधि - भाग - १

जैसा की आप सभी जानते हैं कि हमारे देश भारत वर्ष में अब बारिश के ऋतु का आगमन हो चुका  है। यह वर्ष २०२० एक चुनौती भरा वर्ष रहा है। अभी हम सभी को कोरोना बीमारी से छुटकारा नहीं मिला है और अब वर्षा जनित बीमारियां भी दस्तक देने लगी हैं। इसमें प्रमुख रूप से मलेरिआ, चिकनगुनिआ , डेंगू , सर्दी , ज़ुकाम , खाँसी , ज्वर तथा अनेक दूसरी मौसम सम्बंधित बीमारियां होने का डर सदा मन में बना रहता है। ऐसे में हम सभी के मन में ऐसा विचार आता है कि यदि हमें कुछ इस प्रकार की औषधि मिल जाये जिससे हमें उपरोक्त बीमारियां के होने की संभावना या तो कम हो जाये या फिर यह बीमारी हमे न ही लगे। 

उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए हम आप के लिए एक ऐसी औषधि लेकर प्रस्तुत हुए हैं जो आप सभी को उपरोक्त बीमारियों से बचाएगी और साथ ही साथ आपके प्रतिरोधी क्षमता को भी बनाये रखेगी। 

यह औषधि है भूनिम्बादि काढ़ा। जी हाँ , आपने ने उचित समझा।  वैसे तो यह औषधि कई अलग नाम से बाजार में उपलब्ध है।  कई कम्पनियाँ  अपना प्रचार प्रसार करके, बढ़िया से लेबल लगाकर , बोतल को अच्छे से सजा कर बेचने में लगी हुई हैं किन्तु उन दवा का कितना प्रभाव रोगी पर पड़ता है, इससे कंपनियों का कोई लेना देना नहीं है। 

इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपको औषधि में प्रयुक्त किये जाने वाली सामग्री (जड़ी - बूटी ) और इसे  बनाने की बिधि , उचित मात्रा में सेवन इत्यादि का अगले ब्लॉग में वर्णन करेंगे। 

आप इस औसधि को स्वयं घर पर तैयार करने की जानकारी के लिए मेरे ब्लॉग के भाग -२ को अवश्य पढ़ें।  हमारा एक मात्र उद्देश्य जन सेवा ही है। 

- डॉ. प्रेम दत्त द्धिवेदी
 

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